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Day 346 – “Market Profile में Point of Control (POC) और उसका महत्व”

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📚 Table of contents

|| 365-दिन स्टॉक मार्केट मास्टर प्लान ||
जहाँ भीड़ सबसे ज्यादा रुकी, वही प्राइस की असली ताकत होती है।”


1. Point of Control (POC) क्या है?

  • POC Market Profile में वह प्राइस लेवल होता है जहाँ दिनभर सबसे ज्यादा वॉल्यूम ट्रेड हुआ हो।
  • इसे Market Profile के ‘पीक’ या सबसे लंबे टुकड़े के रूप में दिखाया जाता है।
  • यह कीमत बाजार का “संतुलन बिंदु” (equilibrium price) होता है।

2. POC का महत्व:

  • POC पर कीमत अक्सर मजबूत सपोर्ट या रेसिस्टेंस बनती है।
  • POC के आसपास प्राइस अधिक समय बिताता है, दिखाता है कि यहां कीमतों को बाजार ने स्वीकार किया।
  • POC के ऊपर या नीचे ब्रेक होने पर बड़े मूव की संभावना बढ़ती है।

3. POC का ट्रेडिंग में उपयोग:

  • POC के पास प्राइस रिट्रेसमेंट पर एंट्री या एग्जिट ले सकते हैं।
  • POC ब्रेक होने पर ट्रेंड की दिशा में ट्रेड करें।
  • POC पर स्टॉपलॉस या टार्गेट सेट करना फायदेमंद होता है।

4. ट्रेडिंग टिप्स:

  • दिन के शुरुआत में POC नोट करें।
  • POC के आसपास के प्राइस मूवमेंट पर ध्यान दें, बड़े ऑर्डर इसी लेवल पर हो सकते हैं।
  • POC ब्रेकआउट पर कम जोखिम के साथ एंट्री लें।

5. आज का टास्क:

  • Market Profile चार्ट पर POC चिन्हित करें।
  • पिछले कुछ दिनों के POC के मूव को देखें और समझें कीमत ने कैसे प्रतिक्रिया दी।
  • आज के लिए POC के पास या ब्रेकआउट पर पपर ट्रेड करें।
  • अपने ट्रेड का रिजल्ट और अनुभव नोट करें।

6. माइंडसेट टिप:

  • POC को बाजार का ‘गुरुत्वाकर्षण केंद्र’ समझें।
  • इसे फॉलो करें, लेकिन blindly नहीं—कंडीशन देख कर निर्णय लें।

7. आज का मंत्र:

जहाँ भीड़ रुकी, वही कीमत का असली केंद्र होता है।”


 

Disclaimer:

सभी जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य (Educational Purpose) के लिए प्रदान की गई है। यह कोई निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है।

पाठकों से निवेदन है कि वे किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श अवश्य लें।

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