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Day 340 – “Market Profile के साथ ट्रेडिंग रणनीति”

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📚 Table of contents

|| 365-दिन स्टॉक मार्केट मास्टर प्लान ||
जब बाजार की भाषा समझ आ जाए, तो हर कदम सोच-समझ कर उठाओ।”


1. Market Profile के आधार पर ट्रेडिंग कैसे करें?

  • POC (Point of Control): यह मजबूत सपोर्ट या रेसिस्टेंस होता है।
    • अगर प्राइस POC से ऊपर है तो लोंग पोजीशन पर विचार करें।
    • अगर प्राइस POC से नीचे है तो शॉर्ट पोजीशन पर ध्यान दें।
  • Value Area के अंदर प्राइस: यह सामान्य ट्रेडिंग क्षेत्र है, जहां बाजार संतुलित होता है।
  • Value Area से बाहर प्राइस: यह संकेत करता है कि मार्केट असंतुलित है, जो एक ब्रेकआउट या रिवर्सल हो सकता है।

2. ट्रेडिंग सेटअप के उदाहरण:

  • Rejection at POC: जब प्राइस POC के पास आकर वापस नीचे/ऊपर जाए, तो इसका मतलब उस लेवल पर मजबूत सपोर्ट/रेसिस्टेंस है।
  • Breakout from Value Area: जब प्राइस Value Area से ऊपर या नीचे ब्रेक करे, तो यह नए ट्रेंड की शुरुआत हो सकती है।

3. आज का टास्क:

  • पिछले दिन के Market Profile को देखें।
  • एक स्टॉक चुनें और देखें कि प्राइस POC और Value Area के आस-पास कैसा व्यवहार करता है।
  • नोट करें कि कहीं कोई Rejection या Breakout हो रहा है क्या।
  • अपने ट्रेडिंग प्लान को Market Profile के आधार पर बनाएं।

4. माइंडसेट टिप:

  • Market Profile के लेवल्स पर ध्यान देने से आप मार्केट के मूवमेंट को बेहतर समझ पाएंगे।
  • यह सिर्फ एक टूल है, हमेशा प्राइस एक्शन और वॉल्यूम के साथ मिलाकर निर्णय लें।

5. आज का मंत्र:

लेवल्स समझो, संयम रखो, और सही वक्त पर कदम बढ़ाओ।”


 

Disclaimer:

सभी जानकारी केवल शैक्षणिक उद्देश्य (Educational Purpose) के लिए प्रदान की गई है। यह कोई निवेश सलाह (Investment Advice) नहीं है।

पाठकों से निवेदन है कि वे किसी भी निवेश निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श अवश्य लें।

यह ब्लॉग SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है और किसी भी लाभ या हानि के लिए लेखक या वेबसाइट उत्तरदायी नहीं होगी।

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